चंडीगढ़ मेयर का चुनाव टला, AAP और कांग्रेस के बीच भारी हंगामा
सत्य खबर/नई दिल्ली:
चंडीगढ़ में मेयर पद के लिए आज होने वाला चुनाव अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है. मेयर पद के चुनाव के पीठासीन अधिकारी अनिल भसीन के खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर चुनाव स्थगित करने के आदेश के बाद भारी हंगामा हुआ। मेयर का चुनाव स्थगित होने की सूचना मिलने के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया.
दोनों दलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी निश्चित हार को देखते हुए एक साजिश के तहत मेयर पद का चुनाव टाल दिया है. दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन कर चंडीगढ़ में मेयर पद के लिए साझा उम्मीदवार उतारा था. इसी वजह से बीजेपी उम्मीदवार की राजनीतिक राह मुश्किल मानी जा रही थी लेकिन अब चुनाव टाल दिया गया है.
AAP और कांग्रेस के बीच जबरदस्त हंगामा
चंडीगढ़ नगर निगम के पार्षदों को आज सुबह करीब 10.30 बजे मैसेज के जरिए चुनाव स्थगित होने की सूचना मिली. इस मैसेज में चुनाव अधिकारी अनिल भसीन के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए चुनाव स्थगित करने की जानकारी दी गई थी. इस आदेश की जानकारी मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. आप नेताओं का आरोप है कि नगर निगम चुनाव में बीजेपी का कोई भी पार्षद नहीं आया और इसका मतलब ये है कि बीजेपी के लोगों को चुनाव टलने की जानकारी पहले से ही थी.
आप और कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी को अपनी हार तय दिख रही है और पार्टी निश्चित हार से डरी हुई है. कांग्रेस ने कहा कि मेयर चुनाव टालने के फैसले के खिलाफ पार्टी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने कहा कि बीजेपी को चुनाव में अपनी हार तय दिख रही है. इसलिए जानबूझ कर चुनाव स्थगित किया गया है. आप और कांग्रेस के नाराज कार्यकर्ताओं ने नगर निगम पहुंचकर हंगामा किया और प्रदर्शन के साथ नारेबाजी भी की.
हार निश्चित देखकर बीजेपी बौखला गई है
आप नेता प्रेम गर्ग ने कहा कि अपनी निश्चित हार को देखते हुए बीजेपी ने चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर चुनाव रोकने की साजिश रची. उन्होंने कहा कि दिल्ली निगम चुनाव में भी यह धांधली हुई थी. यह लोकतंत्र पर एक और झटका है. आज जब भारतीय गठबंधन देश में एक नया इतिहास लिखने जा रहा है तो बीजेपी घबरा गई है और मैदान छोड़कर भाग रही है.
आप के वरिष्ठ नेता और सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि सभी जानते हैं कि आप-कांग्रेस गठबंधन के पास 20 से ज्यादा वोट हैं जबकि दूसरी ओर बीजेपी के पास सिर्फ 14 या 15 वोट हैं. ऐसे में मेयर चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी की हार तय है. उधर, भाजपा उपाध्यक्ष देवेन्द्र बबला ने कहा कि उन्हें पीठासीन अधिकारी के बीमार होने की जानकारी मिली है।
आप और कांग्रेस का गठबंधन
लोकसभा चुनाव से पहले आप और कांग्रेस ने मेयर चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए संयुक्त उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. लोकसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियों का इस चुनाव में एक साथ आने का फैसला राजनीतिक लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. इसके दूरगामी असर होने की उम्मीद है.
दोनों पार्टियों के बीच हुए समझौते के मुताबिक, आम आदमी पार्टी मेयर पद के लिए चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी को चुनौती देंगे. आम आदमी पार्टी ने मेयर पद के लिए कुलदीप कुमार टीटा को मैदान में उतारा है. टीटा बीजेपी प्रत्याशी मनोज सोनकर को चुनौती देंगे. अब सबकी नजर आप-कांग्रेस गठबंधन की इस पहली सियासी परीक्षा पर है.